Punarnavadi Mandoor Patanjali Benefits in Hindi: पुनर्नवादि मंडूर के फायदे, नुकसान, उपयोग और कीमत

पुनर्नवादि मंडूर के फायदे, नुकसान, उपयोग और खुराक

Punarnavadi Mandoor Patanjali Benefits in Hindi
Punarnavadi Mandoor Patanjali Benefits in Hindi


आज के इस Punarnavadi Mandoor Patanjali Benefits in Hindi ब्लॉग पोस्ट में हम आपको इस आयुर्वेदिक औषधी के बारे में बताने जा रहे है और इस आयुर्वेदिक दवाई का इस्तेमाल शरीर में आयरन के स्तर को बढाने के लिए किया जाता है। यह ऍनिमया, पिलिया, हेपेटाइटीस, कोलाईटीस, गठीया जैसे रोगो का इलाज करने में मदद करता है। इसमे होग्विड, सुखी अदरक, ट्रिवीट, लंबी काली मिर्च, काली मिर्च, हल्दी, देवदार, हरितकी, बिभीत्की, आवला, कॅरम और कैरावे सहित कई तत्व होते है। ये सारी सामग्री स्वस्थ शरीर और स्वस्थ दिमाग के लिए मदद करते है। इस Punarnavadi Mandoor Patanjali Dawa के फायदे के बारे में जानणे के लिए नीचे पढते रहे।

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पुनर्नवादि मंडूर के फायदे: Punarnavadi Mandoor Patanjali Benefits in Hindi


1. सूजन में

शरीर में किसी भी कारण आई किसी भी प्रकार की सुजन की समाप्ती करने के लिए यह एक बेस्ट आयुर्वेदिक दवा है। सीधे और सरल शब्दो में पुरे शरीर की सुजन को इस Punarnavadi Mandoor Patanjali Dawa के मदद से खत्म किया जा सकता है।

2. पांडू रोग में

इस Punarnavadi Mandoor Patanjali औषधी के गुण शरीर में नया रक्त पैदा करते है जिससे पांडू रोग का समापन होता है। पुराना पांडू रोग जिसमे रक्त की कमी हो कर शरीर में पाणी की मात्रा बढ जाती है और कफ बढने के साथ-साथ वायू भी प्रकुपीत होणे लगती है। इनके कारण शरीर में सुजन, पाचक अग्नी का दीमा होणा, कब्ज, खाने में अरुची, पेट का आगे निकलना, पेट में दर्द, प्लिहा की वृद्धी और बुखार जैसी समस्याये सामने आती है। Punarnavadi Mandoor Patanjali Dawa का सेवन यदी इस रोग में किया जाये तो कब्ज दूर हो जाती है और मल का शरीर से बाहर निकलना आसान हो जाता है। यह हिमोग्लोबिन के स्तर में वृद्धी करता है जिससे शरीर में खून की वृद्धी होती है, और इसके अतिरिक्त यह रक्त के प्रवाह को नियमित करती है।

3. तिल्ली रोगों में

तिल्ली को प्लिहा या स्प्लीन के नाम से भी जाना जाता है। यह अंग शरीर में हो रही महत्वपूर्ण गतिविधीयो में सहायता प्रदान मारता है जिसे लाल रक्त कोशिकाओ का विघटन, मेटाबोलिज्म, रोग प्रतिरोधक क्षमता Etc में। तिल्ली में हो रही सुजन ही तिल्ली रोग का मुख्य कारण है, Punarnavadi Mandoor Patanjali का सेवन करने से तिल्ली से जुडे रोगो में लाभ मिलता है। पुनर्नवादि मंडूर के साथ पुनर्नवादिरिष्ट का सेवन करने से इस रोग में अच्छा लाभ मिलता है।

4. उदर रोगों में

Punarnavadi Mandoor Patanjali का उपयोग पेट से जुडे रोग जैसे कब्ज, दस्त, पेट फुलना, खाना जाने में अरुची महसूस होणा Etc रोगो को इस आयुर्वेदिक औषधी के द्वारा समाप्त किया जा सकता है। पेट में होणे वाले किडो को खत्म करने के लिए भी यह पुनर्नवादि मंडूर दवा एक कारगर औषधी है।

5. मूत्र रोगों में

यह Patanjali Punarnavadi Mandoor Dawa मूत्र से जुडी हुई सभी प्रकार की समस्या का समाधान करती है, मूत्र त्याग के बाद भी मुत्राशाय भरा-भरा लगना, बुंद-बुंद टपकणा, मूत्र करने की तीव्र इच्छा होणे पर भी मूत्र त्याग ना हो पाना, मूत्र करते समय बहुत अधिक दर्द होणा, संक्रमण Etc जैसी समस्याओ को पुनर्नवादि मंडूर का सेवन करके खत्म किया जा सकता है।

6. वातरक्त में

यह रोग जोडो के दर्द से जुडा हुवा है, वात और रक्त जब शरीर में दूषित होणे लगते है तो इनका असर शरीर के जोडो पर होता है। इस रोग में जोडो पर चुभन, दर्द, लालिमा होणे लगती है, यह प्रक्रिया एक जोडे से दुसरे जोडे में होती रहती है। इस रोग से निजात पाने के लिए Patanjali Punarnavadi Mandoor एक बहुत और सबसे बेस्ट आयुर्वेदिक दवा साबित होती है।रंजकता और मलिनकिरण को कम करने के लिए

7. कफ, खांसी और जुखाम में

यह Patanjali Punarnavadi Mandoor Ayurvedic Dawa सामान्य रुप से होणे वाले कफ, खासी, और जुखाम को खत्म करने में मददगार साबित होती है। पुनर्नवादि मंडूर का सेवन करने से यह शरीर के अंतर जाकर कुपीत कफ को दूर करती है जिससे खांसी और जुखाम में भी लाभ मिलता है।

8. बवासीर में

बवासीर आज कल की जीवनशैली में एक आम बिमारी हो गई है, इस रोग में व्यक्ती के गुदे के आसपास मस्से बन जाते है। ये दो प्रकार के हो सकते है सुखे और खुनी मस्से, इस समस्या से निजात पाने के लिए Patanjali Punarnavadi Mandoor Aushadhi का सेवन उपयुक्त रहता है।

पतंजलि पुनर्नवादि मंडूर दवा के नुकसान: Patanjali Punarnavadi Mandoor Side Effects in Hindi

आपको इस Patanjali Punarnavadi Mandoor का ज्यादा दुरुपयोग से कुछ सामान्य साइड इफेक्ट्स हो सकते है। जैसे की हमने आपको विस्तार से नीचे बता दिए है, अगर आपके पास इसके अलावा कुछ भी साइड इफेक्ट्स की जानकारी हो तो हमसे जरूर संपर्क करे हम आपके ऊस जानकारी को हमारे इस Punarnavadi Mandoor Patanjali Benefits and Side Effects in Hindi लेख में शामिल कर के आपके नाम का क्रेडिट देंगे।
  • गॅस
  • कब्ज
  • लालिमा
  • पेट में दर्द
  • जी मिचलाना
  • त्वचा में खुजली

इस प्रकार के Patanjali Punarnavadi Mandoor Ke Nuksan आपके लिए हो सकते है।

पुनर्नवादि मंडूर के उपयोग: Punarnavadi Mandoor Uses in Hindi

Patanjali Punarnavadi Mandoor एक आयुर्वेदिक औषधी है जिसके कई सारे उपयोग है, कुछ उपयोग आपको हम Punarnavadi Mandoor Uses in Hindi यहा बता रहे है।

1. एनीमिया

एनिमिया एक ऐसी स्थिती है जिसमे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओ की कमी हो जाती है, इससे थकान, कमजोरी और सांस लेणे की तक्लिफ हो सकती है। पतंजलि पुनर्नवादि मंडूर आयरन का एक उत्कृष्ट स्रोत है और शरीर में लाल रक्त कोशिकाओ के उत्पादन को बढाने में मदद करता है। यह एनिमिया के इलाज में उपयोगी है और इस स्थिती से जुडे लक्षणो को कम करने में मदद कर सकता है।

2. पीलिया

पिलिया एक एसी बिमारी है जिससर शरीर में बिलीरुबीन के निर्माण के कारण त्वचा और आँखे पिली हो जाती है। यह यकृत रोग, हेपेटाइटीस और शराब के दुरुपयोग सहित विभिन्न करको के कारण हो सकता है। Patanjali Punarnavadi Mandoor पिलिया के इलाज में उपयोगी है क्यूकी यह लिवर की कार्यक्षमता में सुधार करने और शरीर से विषाक्त पदार्थो को जड से खत्म करने में मदद करता है।

3. एडिमा

एडीमा एक ऐसी स्थिती है जिसमे शरीर में द्रव का संचय होता है, जिससे सुजन और बैचेनी होती है। Patanjali Punarnavadi Mandoor में मूत्रवर्धक गुण होते है जो शरीर से अतिरिक्त पाणी को बाहर निकालने और सुजन को कम करने में मदद करते है।

4. गठिया

गठीया एक ऐसी स्थिती है जिसमे जोडो में सुजन आ जाती है, जिससे दर्द और अकडनं हो जाती है। Patanjali Punarnavadi Mandoor में सुजन-रोधी गुण होते है, जो सुजन को कम करने और गठीया के लक्षणो को कम करने में मदद करते है।

5. गाउट

गाऊट एक प्रकार का गठीया है ये तब होता है जब शरीर में युरिक एसीड का निर्माण होता है, जिससे जोडो में सुजन और दर्द होता है। यह Patanjali Punarnavadi Mandoor गाउट के इलाज में उपयोगी है क्यूकी यह शरीर से युरिक एसीड को खत्म करने और सुजन को कम करने में मदद करता है।

6. अपच

अपच एक ऐसी स्थिती है जिसमे खाने के बाद पेट में बैचेनी या दर्द होता है। Patanjali Punarnavadi Mandoor पाचन में सुधार करने और भोजन से पोषक तत्वों के अवशोषण को बढाने में मदद करता है। यह अपच के लक्षणो को कम करने में भी मदद करता है और जैसे सुजन और पेट फुलना भी कम करने में मददगार है।

7. कब्ज

कब्ज एक ऐसी स्थिती है जिसमे मल त्याग करने में समस्या होती है। यह Patanjali Punarnavadi Mandoor पाचन में सुधार और मल त्याग को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह कब्ज के इलाज और नियमितता को बढावा देने में उपयोगी है।

8. त्वचा विकार

Patanjali Punarnavadi Mandoor में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते है जो इसे एक्जीमा और सोरायसिस जैसे त्वचा विकारो के इलाज में उपयोगी बनाते है। यह सूजन को कम करने और त्वचा के उपचार को बढावा देने में मदद करता है। 

9. श्वसन विकार

Patanjali Punarnavadi Mandoor अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसे श्वसन संबधी विकारो के इलाज में उपयोगी है, और यह श्वसन तंत्र में सुजन को कम करने और सांस लेणे में सुधार करने में मदद करता है।

10. मासिक धर्म संबंधी विकार

Patanjali Punarnavadi Mandoor अनियमित मासिक धर्म और भारी रक्तस्त्राव जैसे मासिक धर्म संबधी विकारो के इलाज में उपयोगी है। यह हार्मोनल संतुलन को विनियमित करने और प्रजनन प्रणाली के स्वास्थ में सुधार करने में मदद करता है।

पुनर्नवादि मंडूर की ख़ुराक: Punarnavadi Mandoor Uses in Hindi

Patanjali Punarnavadi Mandoor की खुराक उम्र, स्वास्थ स्थिती और लक्षणो की गंभीरता के आधार पर भिन्न हो सकती है। पुनर्नवादि मंडूर या कोई अन्य दवाई का सेवन करने से पहले अपने आयुर्वेदिक डॉक्टर से परामर्ष करने की सलाह दि जाती है।

हालाकी हमने यह Patanjali Punarnavadi Mandoor की खुराक के लिए कुछ सामान्य दिननिर्देश दिए है।

1. वयस्क

वयस्को के लिए अनुषंसित खुराक 1 से 2 गोलिया दिन में 2 बार, भोजन होणे के बाद या आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशो के हिसाब से।

2. बच्चे

Patanjali Punarnavadi Mandoor Ka Upyog बच्चों में चिकित्सकीय देखरेख में ही किया जाना चाहिए, बच्चों के लिए खुराक बच्चे की उम्र, वजन और स्वास्थ की स्थिती के आधार पर एक आयुर्वेदिक चिकित्सक द्वारा निर्धारित की जानी चाहिए।

3. गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं

गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओ को Patanjali Punarnavadi Mandoor लेणे से बचना चाहिए जब तक की एक योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक द्वारा निर्धारित न किया गया हो, यह आपके लिए बेहत नुकसानदायक हो सकता है।

4. जराचिकित्सा रोगी

वृद्धवस्था के रोगीयो को Patanjali Punarnavadi Mandoor को सावधानी के साथ और चिकित्सकीय देखरेख में लेना चाहिए क्यूकी उनके साइड इफेक्ट्स अधिक हो सकते है।

नोट:
आपको आपके आयुर्वेदिक डॉक्टर द्वारा बताई गई खुराक का पालन करना और Patanjali Punarnavadi Mandoor की निर्धारित मात्रा से अधिक नहीं होणा आवश्यक है। पुनर्नवादि मंडूर को अधिक मात्रा में लेणे से बोहत गंभीर साइड इफेक्ट और जटीलताये हो सकती है 


पतंजलि पुनर्नवादि मंडूर की कीमत: Patanjali Punarnavadi Mandoor Price in Hindi

Punarnavadi Mandoor की Price ज्यादा नहीं हैं। इसके एक पॅकेट 60 कॅप्सूल की किमत 55 रुपये के आसपास हैं।

पतंजलि पुनर्नवादि मंडूर पर अक्सर पूछे जाने वाले सवाल


पुनर्नवादि मंडूर कैसे खाएं?

पुनर्नवादि मंडूर खाने का आसान तरिका 1 से 2 गोलिया दिन में 2 से 3 बार गुणगुणे पाणी के साथ।

मुझे पुनर्नवादि मंडूर कब लेना चाहिए?

पुनर्नवादि मंडूर लेने का सही समय दिन में होता हैं आप दिन में 1 से 2 गोली ले सकते हैं गुणगुणे पाणी के साथ, लेकिन खाना खाने के बाद ही लेनी चाहिए।

पुनर्नवा और पुनर्नवा मंडूर में क्या अंतर है?

पुनर्नवा और पुनर्नवा मंडूर में अंतर इतना हैं की पुनर्नवा मंडूर गोलियो में आती हैं, और पुनर्नवा बोएरहविया डिफ्यूसा नामक एक जड़ी-बूटी हैं।

क्या पुनर्नवा के साइड इफेक्ट होते हैं?

पुनर्नवा के साइड इफेक्ट वैसे तो देखणे को नहीं मिलते हैं मगर आप अपने डॉक्टर से परामर्ष करने कर बाद इस्तेमाल करें तो बेहतर होगा।

क्या पुनर्नवा से लीवर खराब हो सकता है?

पुनर्नवा से लीवर खराब नहीं होता हैं क्यूकी यह लिवर को हानिकारक रेडिकल से बचाता हैं और लिवर को स्वास्थ रखने में मदद करता हैं।

क्या हम पुनर्नवा रोज ले सकते हैं?

क्या हम पुनर्नवा रोज ले सकते हैं लेकिन एक से ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल करते हैं तो आपका पित्त बढ सकता हैं।

आयुर्वेदिक दवा कितने दिन में असर दिखाता है?

आयुर्वेदिक दवा को काम करने में समय ज्यादा लग जाता हैं, लेकिन कुछ बिमारीयो में महिनो से लेकर साल तक लग जाता हैं।

पतंजलि या बैद्यनाथ कौन सा सबसे अच्छा है?

वैसे देखा जाये तो अपनी अपनी जगह पर पतंजलि और बैद्यनाथ सबसे अच्छे से काम करते हैं।

क्या पुनर्नवा रक्तचाप को कम करता है?

पुनर्नवा उच्च रक्तचाप को कम करने ने कारगर माना जाता हैं, यह रक्त वाहीकाओ को चौडा करता हैं जिससे रक्त प्रवाह में सुधार होता हैं।

पुनर्नवा मूत्र पथ के संक्रमण के लिए अच्छा है?

पुनर्नवा मूत्र पथ के संक्रमण के लिए सबसे बेस्ट आयुर्वेदिक दवा में से एक हैं, यह मूत्र संक्रमण को तेजी से ठीक करने के लिए मदद करता हैं।


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