Swasari Vati Patanjali Benefits in Hindi: पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी के फायदे, नुकसान, उपयोग और कीमत

श्वासारि वटी गोल्ड पतंजलि के फायदे, नुकसान, उपयोग और कीमत

Swasari Vati Patanjali Benefits in Hindi
Swasari Vati Patanjali Benefits in Hindi


आज के इस Swasari Vati Patanjali Benefits in Hindi ब्लॉग पोस्ट में हम जानेंगे की पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी के फायदे और नुकसान किस प्रकार है। यह एक आयुर्वेदिक दवा है जो डॉक्टर के द्वारा पर्ची में दि जाती है, Patanjali Divya Swasari Vati मरीज की आयऊ, लिंग और उनकी समस्या के अनुसार दि जाती है। 

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पतंजलि श्वासारि वटी में मौजूद सामग्री: Patanjali Swasari Vati Ingredients in Hindi

Patanjali Divya Swasari Vati कई औषधीयो से मिलकर बना है, जिनके नाम हमने नीचे लिखे है।
  • सौंथ
  • लवंग
  • रुदंती
  • मारीच
  • टांकन
  • मुलेठी
  • दालचिनी
  • अकरकरा
  • काकदसिंगी
  • छोटी पीपल
  • प्रवाल पिष्टी
  • अभ्रक भस्म
  • गोदंती भस्म
  • कपर्धक भस्म
  • स्फटिक भस्म
  • मुक्ता शुक्ती भस्म

इन सारी आयुर्वेदिक जडी-बुटीयो से मिलकर Patanjali Divya Swasari Vati बनती है और इस पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी के फायदे अब नीचे लिखे है आप आराम से पढिए

पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी के फायदे: Swasari Vati Patanjali Benefits in Hindi


1. सर्दी और जुकाम के लिए पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी के फायदे

मौसम के बदलावं के साथ ही अक्सर सर्दी और जुकाम का संक्रमण बढ जाता है, ऐसे में लोग त्वरित राहत पाने के लिए एलोपैथिक दवाओ का सहारा लेते है। एलोपैथिक दवाओ से तत्काल आराम ति मिल जाता है लेकिन भविष्य में इन दवाओ को अधिक मात्रा में सेवन करने से कई प्रकार की दिक्कतो का सामना भी करना पडता है। आपके शरीरावकी रोग प्रतिरोधक क्षमता उन दवाओ के लिए कमजोर होती जाती है, जिनका सेवन आप सर्दी, जुकाम होणे पर करने के आदी हो चुके होते है।

फिर आपको और अधिक पावर की दवाओ का सेवन करना पडता है, यह प्रक्रिया ऐसे ही निरंतर चलती रहती है। इन सभी समस्याओ से बचने के लिए सर्दी और जुकाम होणे पर Patanjali Divya Swasari Vati का उपयोग करें। यदी 4 से 5 दिनो में सर्दी और जुकाम से आराम नहीं मिलता है तो तब किसी डॉक्टर की सलाह से एलोपैथिक दवा ले लेकिन ज्यादा संभावना है की आपको इसकी जरुरत नहीं पडेगी।

2. खांसी दूर करने के लिए पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी के फायदे

जैसे नई-नई शादी में दुल्हन के साथ कुछ दिनो के लिए दुल्हन का छोटा भाई या साला भी अपनी बहन के ससुराल आ जाता है ठीक वैसे ही सर्दी और जुकाम के साथ खासी होणा शुरु हो जाता है। कभी खासी बलगम वाली होती है कभी सुखी खासी होती है, दोनो परिस्थितीयो में Patanjali Divya Swasari Vati आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।

नोट:
यह Patanjali Divya Swasari Vati किसी भी प्रकार कि खांसी में उपयोगी है

3. अस्थमा और टीबी को दूर करने के लिए पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी के फायदे

ऐसा देखा गया है की नये और पुराणे अस्थमा और टीबी के मरीजो के लिए भी Patanjali Divya Swasari Vati का सेवन अत्याधिक फायदेमंद होता है। इस पर कोई वैज्ञानिक शोध तो नहीं हुवा है लेकिन जिंदगी लोगो ने इस आयुर्वेदिक दवा का सेवन टीबी और अस्थमा जैसी बिमारीयो में किया है उनके व्यक्तिगत अनुभव के आधार पर यह दवा किया जाता है। आपण भी इस पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी का ऑनलाईन रिव्यू पढ सकते है। Patanjali Divya Swasari Vati अपने फोफडो को मजबूत बनाता है जिससे की अस्थमा और टीबी जैसे रोगो में इसका उपयोग लाभकारी होता है।

4. इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी के फायदे

यदी आपके पास कोई एसा व्यक्ती या बच्चा है जो अधिक बिमार रहता है, तो समझ लिजिए की कही न कही उसकी इम्युनिटी यानि की रोज प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। उसे बिमारीया आसानी से घेरे में लेती है, और लंबे समय तक उसका पीछा नहीं छोडती है। पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी का नियमित उपयोग हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करने में काम आता है। इस आयुर्वेदिक दवाई में कई ऐसी सामग्री मिली हुई है जो इम्युनिटी में बढोतरी करके हमे कई खतरनाक रोगो से बचाती है।

5. बलगम की समस्या दूर करने के लिए पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी के फायदे

जब हमे जुखाम होता है वह खासी होती है तो यह दवाई लेणे से ठीक हो जाती है, लेकिन इन रोगो के कारण हमारे फेफडो या गले में बलगम जमा रह जाता है। बलगम को शरीर से बाहर निकलना बहुत जरुरी है, नहीं तो यह सांस लेणे में दिक्कत निर्माण करता है। यदी आप बलगम की परेशानी का सामना कर रहे है तो यह Patanjali Divya Swasari Vati खाना शुरु कर दिजीए, यह कुछ ही दिनो में आपकी बलगम की समस्या को जड से खत्म कर देगी।

पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी के नुकसान: Side Effects of Patanjali Divya Swasari Vati in Hindi

वैसे देखा जाये तो Patanjali Divya Swasari Vati के नुकसान नहीं है लेकिन कुछ स्थितीयो में इसका सेवन करना हानिकारक हो सकता है।
  • नियमित रुतो से पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी का सेवन न किया जाने पर यह स्वास्थ के लिए हानिकारक हो सकता है।
  • स्मोकिंग और शराब पिणे वाले व्यक्तीयो के लिए इस Patanjali Divya Swasari Vati दवा का उपयोग करना नुकसानदायक हो सकता है।
  • पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी  के उपयोग से एलर्जी जैसी समस्या हो सकती है।
  • किसी रोग या एलर्जी के इलाज के दौरान Patanjali Divya Swasari Vati का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले।

दिव्य पतंजलि श्वासारी वटी के उपयोग: Patanjali Swasari Vati Uses in Hindi

  • फेफडो के संक्रमण को दूर करने के लिए पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी उपयोगी साबित होती है।
  • Patanjali Divya Swasari Vati फेफडो में जमा बलगम को निकालने का काम करती है।
  • पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी  का उपयोग श्वास नली के संक्रमण से बचाव के लिए भी किया जा सकता है।
  • क्षय रोग को नियंत्रित करने के लिए भी Patanjali Divya Swasari Vati का उपयोग किया जा सकता है। पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी बलगम वाली खासी को ठीक करने में भी उपयोगी होती है।

पतंजलि श्वासारि वटी की कीमत: Patanjali Swasari Vati Price in Hindi

Patanjali Divya Swasari Vati की कीमत की बात करे तो इसकी 44GM के पॅकेट की कीमत 120 रुपये है जिसमे 80 गोलिया होती है

श्वासारि वटी गोल्ड पतंजलि पर अक्सर पूछे जाने वाले सवाल


दिव्य श्वासारि गोल्ड रामदेव की दवा के क्या फायदे हैं?

दिव्य श्वासारि गोल्ड रामदेव की दवा के फायदे 
साइनोसाइटिस, टीबी और क्रोनिक कफ, फेफड़ा और श्वसन प्रणाली ब्रोंकाइटिस,ब्रांकिओल्स (bronchioles) के सूजन को कम करने, सर्दी, खाँसी, जुकाम और कफ से राहत दिलाने के लिए किया जाता हैं।

श्वासारि गोल्ड टेबलेट कैसे खाते हैं?

2 गोली दिन में 2 बार खाना खाने के बाद गुणगुणे पाणी के साथ लेनी चाहिए, लेकिन इसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्ष जरूर ले।

श्वासारि वटी क्या काम करती है?

श्वासारि वटी सर्दी और खांसी की बीमारियों के लिए एक बेहतरीन उपाय है।

क्या हम स्वसारी को खाली पेट ले सकते हैं?

क्या हम स्वसारी को खाली पेट ले सकते हैं जी हा ले सकते हैं 5 से 10 ग्राम पतंजलि स्वासारि क्वाथ को लगभग 400ML पाणी में मिलाये और इसे उबाले जबतक 100ML पाणी ना रहा जाये। इसे खाली पेट सुबह और रात के खाने से 1 घंटा पहले या फिर सोने से पहले लेना चाहिए।

दिव्य स्वसारी प्रवाही कैसे लेते हैं?

दिव्य स्वसारी प्रवाही लेना का तरिका दिन में दो या तीन बार 1 से 2 चम्मच example 5-10 मिली लेने की सलाह दी जाती है। लेकिन इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्ष जरूर कर ले।

क्या स्वसारी सोना फेफड़ों के लिए अच्छा है?

स्वसारी गोल्ड सांस की तकलीफ को खत्म करने, फेफड़ों के पुराने संक्रमण, फाइब्रोसिस और अतिरिक्त कफ के खिलाफ मदद कर सकते हैं, और फेफड़ों को मजबूत करने और कोशिकाओं को पोषण देने में भी मदद कर सकती हैं।

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